कोरहा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
कोरहा ^१ † वि॰ [हिं॰ कोर+ हा (प्रत्य॰)] [स्त्री॰ कोरही] कोरदार । नोकदार ।
२. मन में किसी बात की कोर कसर बनाए रखनेवाला । बुराई का बदला लेनेवाला । यौ॰—कोरही सबरी=कसेरों की वह पतली और छोटी सबरी जो महीन काम करने के लिये होती हैं ।
कोरहा ^२ वि॰ [हिं॰ कोरा=गोद] गोद में बहुत रहनेवाला ।