पचकन्या

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पचकन्या संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पञ्चकन्या] पुराणनसार पाँच स्त्रियाँ जो सदा कन्या ही रहीं अर्थात् विवाह आदि करने पर भी जिनका कन्यात्व नष्ट नहीं हुआ । अहल्या, द्रौपदी, कुंती, तारा और मंदोदरी ये पाँच कन्याएँ कही गई हैं ।